ChandraBhushan Singh Actor,Director,Director Sandeep Marwah ji,


मनुष्य के विकास की सोंच और उस के जीवन से जुडी मूलभूत संरचना और विकास का आधार उस के जन्म से लेकर मृत्यु तक प्राक्रतिक विकास पर निर्भर करता है, मनुष्य की मूलभूत जरुरतो और उन जरुरतो का सरकारो द्वारा  आमजन तक पहुंचना, हमारे यहाँ सरकारों के मुखिया को भगवान् का दर्जा दिया जाता है स्मारिका “सबका साथ - सबका विकास - सबका विश्वास “का विचार लोगो को आमजन मानस तक उन की जरूरत को पहुँचाना और जानकारी देना जिस से उन के जीवन और संसार में परिवर्तन का बोध और सभी में जनजाग्रति का प्रकाश दिखाई दे | मै भी एक गाँव का रहने वाला हु, एक ग्रामीण भारत कि मूलभूत आवश्यकता को तभी जाना जा सकता है ,जब आप उस के संपर्क में रहो और उन के विकास के लिए सोंचो आज प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजनायें  जो कि देश के 135 करोड़ नागरिको के लिए चलाई जा रही है इन योजनाओ कि संख्या आज 150 से ज्यादा है | सवाल वही है कि इन  योजनाओ के हक़दार कौन है,ये हमे और उन को जानने कि जरूरत है जिन के लिए ये योजनायें चलाई जा रही है वो कौन लोग है,किस उम्र के है,किस सेक्टर से है,लेकिन सभी मानव है मनुष्य है तो क्यूँ न इन  योजनाओ का गठन मनुष्य के विकास के इर्दगिर्द रखा जाये,और विकास कि दृष्टि में जब आप एक बच्चे से उस के जन्म से लेकर बडे होने तक कि योजनाओ की कड़ी को एक मंत्रालय से जोड़ देंगे तो हमारी  बहुत सी समस्यों का हाल हो जायेगा, मान लो एक बच्चा /बच्ची को जन्म के साथ किन किन योजनाओ की जरूरत है, उसके बाद जब वह पढाई के लिए जाती है तब क्या क्या जरूरत है इसी प्रकार उस का जीवन आगे बढ़ता है मनुष्य के विकास की  संरचना और उसके साथ प्राकृति मतलब हमारे समाज के विकास कि संरचना का आधार आज के सन्दर्भ के साथ हमारे मूल प्राक्रतिक विचारो पर आधारित विकास करना और विकास की अवधारणा में हमारे समाज कि मूल संस्कृति का विकास  करना |

जब हमे  इन योजनाओ के सन्दर्भ और जानकारी को अपनी उम्र के अनुसार हर योजना की  जानकारी हो तो समाज को हम और अधिक  विकसित बना पायेंगे, हमे पता है की  हमारी  सरकार बहुत योजनाए आम नागरिको से लेकर ख़ास नागरिको के लिए लाती है,लेकिन हमे उन का ज्ञान भान नहीं होता,हमे इन योजनाओ को लेकर इन्सान कि मूलभूत आवश्यकता को ध्यान रखना होगा,जब ये योजनायें लोगो के पास  पहुँचती है तो उसके लिए वह भगवान् से लेकर अधिकारी,नेता,पार्टी सभी का धन्यवाद करता है लेकिन यही उस कृपापात्र को याद दिलाना है की ये योजनायें जो सरकार द्वारा  आपके लिए है ये आपका मूलभूत अधिकार है आपको किसी के दान का कृपापात्र नहीं समझना है ये आप का हक है हमारे जनप्रतिनिधि यदि इन योजनाओ की  जानकारी रखने लगे तो वो अपने अपने क्षेत्र में अच्छे कार्य कर सकते है एक दिन एक योजना जागरूकता के कार्यक्रम चला कर वो जनता और नेता के बीच दूरियों को कम कर सकते है मेरा अनुभव है कि जो इन्सान इन  योजनाओ को ले कर देश के विकास के संकल्प में समाज के विकास के साथ जुड़ना चाहता है वो इस से जुड़ कर योजना प्रमुख के तौर पर जनता /आम जनमानस से संवाद  कर के  आमजनता का मार्गदर्शन कर सकते है आज जिस प्रकार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जो की  इन योजनाओ के लिए जिस प्रकार कार्य कर रहे है पिछले 70 वर्षो में नहीं देखने को मिला, आपकी प्रेरणा से आज इस त्रिमासिक पत्रिका  विषय को लेकर जो  देश व्यापी कार्य कर रहा  है वो है “ लोक कल्याण प्रधानमंत्री जन-कल्याणकारी योजना प्रचार-प्रसार अभियान इसके कार्य क्षेत्र को और बढ़ाना और ज्यादा से ज्यादा योजनाओ को जनता /आम जन को अवगत कराना ,योजनाओ का लाभ सही पात्र को ही  मिले, सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास हो, ये  कोई सपना नहीं है ये हमारे प्रधानमंत्री जी का खुली आँखों से देखा गया सकल्प है,जिस को हम सब को मिल कर पूर्ण करना है मै संस्था से जुडे सभी लोगो से  निवेदन करता हु की  संघठन कि मूलभूत संरचना का मतलब आपको समझना होगा,ये संघठन कार्य करने के लिए बना है इस के मूलमंत्र में उस अंतिम आदमी कि मूलभूत  जरूरत को पूर्ण करना जिस से उस के जीवन में ऊर्जा का संचार हो, विकास हो,यदि देश के १३५ करोड़ लोग किसी भी कार्य के लिए मन बनाते है तो विश्व में भारत का ऐसा चित्रण होगा जो  कि न्यू इंडिया का सपना, सपना न रह कर सुन्दर धरालत पर दिखने वाली इमारत होगी  इस अभियान का मकसद निस्वार्थ सेवा भाव आमजन की आवश्यकता ही है |

इस विचार से जुड़ने के लिए सभी का स्वागत है ये कार्य निरंतर चलने वाला कार्य है,घर से ,बाहर से,मोहल्ला से,सड़क पर,बस में ,ट्रेन में और प्लेन में  चलते हुए ,सिनेमा देखते हुए,सभी  से  आव्हान करता हु कि जन-जन तक, मन-मन तक और जीवन-जीवन तक “एक दिन-एक योजना” से जनता को अवगत करवाइए,हमारा लक्ष्य “एक व्यक्ति - एक योजना” का लाभ दिलवाना हो,इस पूण्य कार्य में आप एक दिन की ख़ुशी जो आप किसी को देंगे वो आप के जीवनभर कि ख़ुशी होगी |

आगले अंक में और बहुत सी  बातो और विचारो के साथ फिर मिलेगे, हर तीन महीने में योजनाओ के विकास और सरकार की उपलब्धि के साथ | सबका साथ - सबका विकास - सबका विश्वास |

                                  सादर धन्यवाद |

आपका

चंद्रभूषण सिंह  

संपादक

“लोक कल्याण-प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजनाए”

नई दिल्ली –  8802571468



मनुष्य के विकास की सोंच और उस के जीवन से जुडी मूलभूत संरचना और विकास का आधार उस के जन्म से लेकर मृत्यु तक प्राक्रतिक विकास पर निर्भर करता है, मनुष्य की मूलभूत जरुरतो और उन जरुरतो का सरकारो द्वारा  आमजन तक पहुंचना, हमारे यहाँ सरकारों के मुखिया को भगवान् का दर्जा दिया जाता है स्मारिका “सबका साथ - सबका विकास - सबका विश्वास “का विचार लोगो को आमजन मानस तक उन की जरूरत को पहुँचाना और जानकारी देना जिस से उन के जीवन और संसार में परिवर्तन का बोध और सभी में जनजाग्रति का प्रकाश दिखाई दे | मै भी एक गाँव का रहने वाला हु, एक ग्रामीण भारत कि मूलभूत आवश्यकता को तभी जाना जा सकता है ,जब आप उस के संपर्क में रहो और उन के विकास के लिए सोंचो आज प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजनायें  जो कि देश के 135 करोड़ नागरिको के लिए चलाई जा रही है इन योजनाओ कि संख्या आज 150 से ज्यादा है | सवाल वही है कि इन  योजनाओ के हक़दार कौन है,ये हमे और उन को जानने कि जरूरत है जिन के लिए ये योजनायें चलाई जा रही है वो कौन लोग है,किस उम्र के है,किस सेक्टर से है,लेकिन सभी मानव है मनुष्य है तो क्यूँ न इन  योजनाओ का गठन मनुष्य के विकास के इर्दगिर्द रखा जाये,और विकास कि दृष्टि में जब आप एक बच्चे से उस के जन्म से लेकर बडे होने तक कि योजनाओ की कड़ी को एक मंत्रालय से जोड़ देंगे तो हमारी  बहुत सी समस्यों का हाल हो जायेगा, मान लो एक बच्चा /बच्ची को जन्म के साथ किन किन योजनाओ की जरूरत है, उसके बाद जब वह पढाई के लिए जाती है तब क्या क्या जरूरत है इसी प्रकार उस का जीवन आगे बढ़ता है मनुष्य के विकास की  संरचना और उसके साथ प्राकृति मतलब हमारे समाज के विकास कि संरचना का आधार आज के सन्दर्भ के साथ हमारे मूल प्राक्रतिक विचारो पर आधारित विकास करना और विकास की अवधारणा में हमारे समाज कि मूल संस्कृति का विकास  करना |

जब हमे  इन योजनाओ के सन्दर्भ और जानकारी को अपनी उम्र के अनुसार हर योजना की  जानकारी हो तो समाज को हम और अधिक  विकसित बना पायेंगे, हमे पता है की  हमारी  सरकार बहुत योजनाए आम नागरिको से लेकर ख़ास नागरिको के लिए लाती है,लेकिन हमे उन का ज्ञान भान नहीं होता,हमे इन योजनाओ को लेकर इन्सान कि मूलभूत आवश्यकता को ध्यान रखना होगा,जब ये योजनायें लोगो के पास  पहुँचती है तो उसके लिए वह भगवान् से लेकर अधिकारी,नेता,पार्टी सभी का धन्यवाद करता है लेकिन यही उस कृपापात्र को याद दिलाना है की ये योजनायें जो सरकार द्वारा  आपके लिए है ये आपका मूलभूत अधिकार है आपको किसी के दान का कृपापात्र नहीं समझना है ये आप का हक है हमारे जनप्रतिनिधि यदि इन योजनाओ की  जानकारी रखने लगे तो वो अपने अपने क्षेत्र में अच्छे कार्य कर सकते है एक दिन एक योजना जागरूकता के कार्यक्रम चला कर वो जनता और नेता के बीच दूरियों को कम कर सकते है मेरा अनुभव है कि जो इन्सान इन  योजनाओ को ले कर देश के विकास के संकल्प में समाज के विकास के साथ जुड़ना चाहता है वो इस से जुड़ कर योजना प्रमुख के तौर पर जनता /आम जनमानस से संवाद  कर के  आमजनता का मार्गदर्शन कर सकते है आज जिस प्रकार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जो की  इन योजनाओ के लिए जिस प्रकार कार्य कर रहे है पिछले 70 वर्षो में नहीं देखने को मिला, आपकी प्रेरणा से आज इस त्रिमासिक पत्रिका  विषय को लेकर जो  देश व्यापी कार्य कर रहा  है वो है “ लोक कल्याण प्रधानमंत्री जन-कल्याणकारी योजना प्रचार-प्रसार अभियान इसके कार्य क्षेत्र को और बढ़ाना और ज्यादा से ज्यादा योजनाओ को जनता /आम जन को अवगत कराना ,योजनाओ का लाभ सही पात्र को ही  मिले, सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास हो, ये  कोई सपना नहीं है ये हमारे प्रधानमंत्री जी का खुली आँखों से देखा गया सकल्प है,जिस को हम सब को मिल कर पूर्ण करना है मै संस्था से जुडे सभी लोगो से  निवेदन करता हु की  संघठन कि मूलभूत संरचना का मतलब आपको समझना होगा,ये संघठन कार्य करने के लिए बना है इस के मूलमंत्र में उस अंतिम आदमी कि मूलभूत  जरूरत को पूर्ण करना जिस से उस के जीवन में ऊर्जा का संचार हो, विकास हो,यदि देश के १३५ करोड़ लोग किसी भी कार्य के लिए मन बनाते है तो विश्व में भारत का ऐसा चित्रण होगा जो  कि न्यू इंडिया का सपना, सपना न रह कर सुन्दर धरालत पर दिखने वाली इमारत होगी  इस अभियान का मकसद निस्वार्थ सेवा भाव आमजन की आवश्यकता ही है |

इस विचार से जुड़ने के लिए सभी का स्वागत है ये कार्य निरंतर चलने वाला कार्य है,घर से ,बाहर से,मोहल्ला से,सड़क पर,बस में ,ट्रेन में और प्लेन में  चलते हुए ,सिनेमा देखते हुए,सभी  से  आव्हान करता हु कि जन-जन तक, मन-मन तक और जीवन-जीवन तक “एक दिन-एक योजना” से जनता को अवगत करवाइए,हमारा लक्ष्य “एक व्यक्ति - एक योजना” का लाभ दिलवाना हो,इस पूण्य कार्य में आप एक दिन की ख़ुशी जो आप किसी को देंगे वो आप के जीवनभर कि ख़ुशी होगी |

आगले अंक में और बहुत सी  बातो और विचारो के साथ फिर मिलेगे, हर तीन महीने में योजनाओ के विकास और सरकार की उपलब्धि के साथ | सबका साथ - सबका विकास - सबका विश्वास |

                                  सादर धन्यवाद |

आपका

चंद्रभूषण सिंह  

संपादक

“लोक कल्याण-प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजनाए”

नई दिल्ली –  8802571468


ChandraBhushan Singh With Sandeep Marawah ji AAFT Noida

ChandraBhushan Singh with wife Saumya Singh

ChandraBhushan Singh In Media ,Unnao,Up

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